हर किसी परेशानी की शिफा है नाज़िल-ए-खुदा-ए- कुरान में। हर किसी परेशानी की शिफा है नाज़िल-ए-खुदा-ए- कुरान में।
मेरी ग़म में दुःखी मेरी ग़म में दुःखी
मैं तो नादान हूं जो तुझे एक तरफा प्यार करता हूं मैं तो नादान हूं जो तुझे एक तरफा प्यार करता हूं
वो छोटा होकर कितना बड़ा हो गया है। वो छोटा होकर कितना बड़ा हो गया है।
झूठी शान को, बड़ी अदब से ओढ़ सलोना चल देता है झूठी शान को, बड़ी अदब से ओढ़ सलोना चल देता है
हमने भी फिर मौत को बहलाना सीख लिया। हमने भी फिर मौत को बहलाना सीख लिया।